प्रेम-प्रसंग बना दोहरे हत्याकांड की वजह: 8 साल के बेटे समेत महिला की हत्या, 12 घंटे में पुलिस ने सुलझाया अंधा कत्ल

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इंस्टाग्राम पर शुरू हुआ रिश्ता मौत तक पहुंचा, आरोपी प्रेमी और उसका चचेरा भाई गिरफ्तार

दुर्ग:
दुर्ग जिले के अमलेश्वर थाना क्षेत्र में हुए दिल दहला देने वाले दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने 12 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। एक महिला और उसके करीब 8 वर्षीय बेटे की निर्मम हत्या कर शवों को अलग-अलग कुओं में फेंकने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी चचेरे भाई हैं और उनमें से एक मृतिका का प्रेमी था।

घटना का खुलासा तब हुआ जब 22 जून 2025 को ग्राम खम्हरिया स्थित दो अलग-अलग बाड़ी (खेतों) के कुओं में बदबूदार बोरी में लिपटे दो शव बरामद हुए। एक शव 8-10 साल के बालक का था, जबकि दूसरे कुएं से 30-35 वर्षीया महिला का शव बरामद किया गया, जिसके हाथ-पांव बंधे हुए थे। महिला का शव साड़ी और प्लास्टिक बोरी में लिपटा हुआ था, जिसे भारी पत्थर से बांधकर कुएं में फेंका गया था।

मामले की गंभीरता को देखते हुए दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने विशेष जांच टीम (SIT) गठित की। जब आसपास के गांवों और मृतकों की पहचान के लिए पुलिस ने सुराग खंगाले तो मुखबिर से सूचना मिली कि एक अज्ञात महिला को अक्सर छत्रपाल सिंगौर नाम के युवक के साथ देखा गया है। संदेह के आधार पर छत्रपाल को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई तो वह गोलमोल जवाब देने लगा।

इंस्टाग्राम से शुरू हुआ रिश्ता, हत्या पर खत्म
पुलिस की गहन पूछताछ में संदेही छत्रपाल सिंगौर ने खुलासा किया कि मृतिका का नाम सुनीता चतुर्वेदी उर्फ पल्लवी है, जो रायपुर में अपने बेटे और माता-पिता के साथ रहती थी। दोनों की जान-पहचान इंस्टाग्राम के जरिए हुई थी और पहली मुलाकात महादेव घाट पर हुई थी। सुनीता ने बताया था कि वह विधवा है और उसका 8 साल का बेटा है। छत्रपाल ने झूठ बोलकर सुनीता से शादी का वादा किया और दोनों के बीच संबंध बनते गए।

लेकिन हाल ही में छत्रपाल ने किसी दूसरी महिला से शादी कर ली। इसके बाद भी सुनीता उस पर शादी के लिए दबाव बनाती रही और अपने बच्चे के साथ उसके साथ रहने की जिद करती रही। इससे परेशान होकर छत्रपाल ने अपने चचेरे भाई शुभम सिंगौर को सारी बात बताई और मिलकर सुनीता व उसके बेटे को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली।

हत्या की योजना और क्रियान्वयन
18 जून को छत्रपाल ने सुनीता और उसके बेटे को अपने इलेक्ट्रिक स्कूटी में बिठाकर रायपुर से अपने गांव खम्हरिया लाया। वहां पहले से मौजूद चचेरा भाई शुभम भी मिला। दोनों ने खेत में महिला और बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी और फिर दोनों शवों को साड़ी में लपेटकर प्लास्टिक की बोरी में डाल दिया। महिला के शव को एक कुएं में और बच्चे के शव को दूसरे कुएं में फेंक दिया।

पहचान गुमशुदगी रिपोर्ट से हुई
पुलिस जांच के दौरान पता चला कि सुनीता चतुर्वेदी और उसके बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट सिविल लाइन थाना, रायपुर में क्रमांक 51/2025 पर दर्ज है। शव की पहचान उसके परिजनों ने की।

गिरफ्तार आरोपी:

  1. छत्रपाल सिंगौर, पिता- अजेन्द्र सिंगौर, उम्र 26 वर्ष
  2. शुभम कुमार सिंगौर, पिता- विरेन्द्र सिंगौर, उम्र 22 वर्ष

जांच टीम में शामिल अधिकारी:
इस जघन्य हत्याकांड के खुलासे में थाना प्रभारी पाटन अनिल कुमार साहू, एसीसीयू निरीक्षक प्रमोद कुमार रूसिया, नरेंद्र सिंह राजपूत, उपनिरीक्षक दीनदयाल वर्मा, सउनि मानसिंह सोनवानी, आरक्षक मनीष तिवारी, अजय सिंह, अमित यादव, चितरंजन देवांगन सहित अन्य पुलिसकर्मियों का विशेष योगदान रहा।

थाना अमलेश्वर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।