Share this article
बिलासपुर:
सिरगिट्टी में रहने वाले एक पुजारी के घर लूट की एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां कुछ युवकों और महिलाओं ने परिवार के सदस्यों को बंधक बनाकर एक बंद पेटी चुरा ली। इस पेटी को करीब छह महीने पहले पुजारी के चेले ने दस्तावेज और रुपये होने की बात कहकर उनके पास रखा था। अब लूट के बाद, चेले ने दावा किया है कि पेटी में एक करोड़ तीस लाख रुपये थे। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
घटना का विवरण:
सिरगिट्टी बस्ती में रहने वाले कृष्ण कुमार मिश्रा एक मंदिर के पुजारी हैं और उसी से अपनी आजीविका चलाते हैं। उन्होंने बताया कि उनका चेला विद्याप्रकाश पांडेय, जो सकरी में रहता है, पारिवारिक समस्याओं के चलते उनसे मिलने आया था। पुजारी ने विद्याप्रकाश को उपाय बताए और उनके बीच अच्छे संबंध बन गए। लगभग छह महीने पहले, विद्याप्रकाश अपने परिवार के साथ पुजारी के घर आया और एक बंद पेटी सौंप दी, जिसमें कुछ दस्तावेज और रुपये होने की बात कही गई थी। पुजारी ने विश्वास के चलते पेटी अपने घर में रख ली।
मंगलवार को जब पुजारी राजनांदगांव में थे, तो उनकी पत्नी गोमती ने फोन पर बताया कि करीब 12 बजे चार-पांच युवक और दो महिलाएं उनके घर आए। उन्होंने घर के सदस्यों को धमकाते हुए कहा कि उन्हें घर में रखा सामान चाहिए। धमकाने के बाद, वे विद्याप्रकाश द्वारा दी गई पेटी को लेकर फरार हो गए। महिलाओं ने इस दौरान पुजारी के परिवार को धमकी दी।
चेले का खुलासा और संदिग्ध भूमिका:
घटना की जानकारी मिलते ही पुजारी रात में घर लौटे और चेले विद्याप्रकाश को सूचित किया। विद्याप्रकाश ने पुलिस थाने में आकर बताया कि पेटी में एक करोड़ तीस लाख रुपये थे। पुजारी ने बताया कि उन्होंने चेले के विश्वास पर पेटी रखी थी, लेकिन कभी उसकी सामग्री नहीं देखी। पेटी की चाबी भी विद्याप्रकाश के पास ही थी।
पुजारी ने आशंका जताई है कि इस लूट के पीछे चेले विद्याप्रकाश की भूमिका हो सकती है, क्योंकि किसी और को पेटी और रुपये की जानकारी नहीं थी। पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच कर रही है और विद्याप्रकाश की भूमिका पर विशेष ध्यान दे रही है।
