गौरेला तहसील में एसीबी की बड़ी कार्रवाई: 50,000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया राजस्व निरीक्षक

Share this article

गौरेला। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) बिलासपुर ने सोमवार को गौरेला तहसील कार्यालय में बड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्व निरीक्षक संतोष कुमार चंद्रसेन को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई किसान रंजीत सिंह राठौर की शिकायत के आधार पर की गई, जिसने जमीन के सीमांकन के एवज में रिश्वत मांगे जाने की जानकारी दी थी।

क्या है मामला?

प्रार्थी रंजीत सिंह के पिता शिव कुमार के नाम पर ग्राम आंदु में लगभग दो एकड़ कृषि भूमि है, जिसका सीमांकन कराने के लिए उसने तहसीलदार कार्यालय में आवेदन दिया था। सीमांकन का आदेश होने के बाद राजस्व निरीक्षक घनश्याम भारद्वाज ने इसके बदले ₹50,000 रिश्वत मांगी।

रंजीत सिंह ने रिश्वत न देकर एसीबी को सूचना दी। जांच में शिकायत सही पाई गई और एक जाल बिछाया गया। योजना के अनुसार, रंजीत को आज (15 अप्रैल) तहसील कार्यालय भेजा गया, जहां आरोपी निरीक्षक भारद्वाज ने रकम अपने सहयोगी संतोष कुमार चंद्रसेन को दिलवाने की बात कही।

रंगे हाथ पकड़ाया रिश्वतखोर

जैसे ही प्रार्थी ने 50,000 रुपये की रिश्वत संतोष कुमार चंद्रसेन को सौंपी, एसीबी की टीम ने तत्काल दबिश दी और उसे मौके पर पकड़ लिया। आरोपी से पूरी रिश्वती रकम भी जब्त कर ली गई।

हालांकि, इस दौरान मुख्य आरोपी घनश्याम भारद्वाज भीड़ का फायदा उठाकर फरार हो गया। एसीबी उसकी तलाश में जुटी है।

कार्रवाई से तहसील परिसर में मचा हड़कंप

एसीबी की टीम की अचानक मौजूदगी से तहसील कार्यालय में हड़कंप मच गया। कई अधिकारी-कर्मचारी मौके से भाग खड़े हुए और कार्यालय घंटों सूना पड़ा।

स्थानीय नागरिकों ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए इसे भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार बताया और ऐसी कार्रवाइयों को लगातार करने की मांग की।

पहले भी हो चुकी है बड़ी कार्रवाई

गौरतलब है कि कुछ महीने पहले भी गौरेला में लोकपाल वेदप्रकाश पांडे को ₹25,000 की रिश्वत लेते हुए एसीबी ने पकड़ा था। तब भी स्थानीय लोगों ने एसीबी की कार्रवाई का जश्न पटाखे फोड़कर मनाया था।

अधिनियम के तहत कार्रवाई जारी

फरार आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत मामला दर्ज किया गया है। एसीबी ने भरोसा दिलाया है कि घनश्याम भारद्वाज को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।