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प्रधानमंत्री का संदेश
“दुनिया के सभी घरों के डायनिंग टेबल पर भारतीय खाद्यान्न का कोई न कोई उत्पाद होना चाहिए, तभी इस देश के किसान को उन्नत किसान कहा जा सकेगा।”
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम-किसान) के तहत छत्तीसगढ़ के 23.59 लाख से अधिक किसानों के बैंक खातों में 483.85 करोड़ रुपये अंतरित किए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय किसानों को विविध कृषि उत्पादों का उत्पादन करना चाहिए ताकि दुनिया के हर घर के डायनिंग टेबल पर भारतीय खाद्यान्न हो। उन्होंने जोर दिया कि तभी भारतीय किसानों को उन्नत किसान माना जा सकेगा।

मुख्य बिंदु
- योजना का लाभ: पीएम-किसान योजना के तहत छत्तीसगढ़ के 23.59 लाख किसानों को 483.85 करोड़ रुपये की सहायता राशि
- कृषि निर्यात पर जोर: कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए भविष्य में और कदम उठाए जाएंगे
- प्राकृतिक खेती: किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा
- महिलाओं की भूमिका: ‘कृषि सखी’ के रूप में महिलाओं की भूमिका को महत्व
- प्रधानमंत्री आवास योजना: 3 करोड़ से अधिक परिवारों को नए आवास स्वीकृत
- ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’: 3 करोड़ महिलाओं को सशक्त बनाने की पहल
राज्य सरकार के प्रयास
- बृजमोहन अग्रवाल का बयान: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय किसानों और कृषि के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है
- जैविक खेती पर जोर: जैविक खेती से स्वास्थ्य में सुधार और मिट्टी की उर्वरा शक्ति में वृद्धि
- विविध फसलों का उत्पादन: धान के अलावा दलहन, तिलहन, फल-फूल, हार्टीकल्चर, पशुपालन और मत्स्य पालन को अपनाने की सलाह
जैविक कृषक सम्मेलन
- आयोजन: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय और कृषि विज्ञान केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में
- प्राकृतिक खेती: मृदा एवं फसल प्रबंधन और उद्यानिकी फसलों पर विस्तृत जानकारी
- उपस्थित व्यक्ति: विधायक अनुज शर्मा, रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह, कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, संबंधित अधिकारी और बड़ी संख्या में किसान
अतिरिक्त जानकारी
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना: देश के 9 करोड़ 26 लाख से अधिक लाभार्थी किसानों को 20 हजार करोड़ रुपये की 17वीं किस्त जारी
- प्राकृतिक खेती के फायदे: जैविक खेती से स्वास्थ्य और मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार
- महिलाओं का सशक्तिकरण: ‘कृषि सखी’ और ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ के माध्यम से महिलाओं को कृषि में सशक्त बनाने की योजना
