Share this article
बिलासपुर: रतनपुर के कर्रा में सोमवार की सुबह एक मगरमच्छ का बच्चा अचानक हाई स्कूल के करीब पहुंच गया। इसे देखकर ग्रामीण दहशत में आ गए और तुरंत 112 नंबर पर कॉल कर सूचना दी। पुलिस ने वन विभाग को सूचित किया, जिसके बाद वन अमला मौके पर पहुंचा और मगरमच्छ को रेस्क्यू कर वापस खूंटाघाट जलाशय में छोड़ दिया।
पिछले 15 दिनों में मगरमच्छ के गांव में आने की यह दूसरी घटना है, जिससे ग्रामीणों में भय व्याप्त है। विशेष रूप से अभिभावक अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। कर्रा, रतनपुर खूंटाघाट के नजदीक है और पिछले साल भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग के पास इस समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं है। हर बार सूचना मिलने पर मगरमच्छ को पकड़कर डेम में छोड़ दिया जाता है। सोमवार को भी यही हुआ।
वन विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर मगरमच्छ के बच्चे को पकड़कर खूंटाघाट डेम में छोड़ दिया और चले गए। अब ग्रामीण मांग कर रहे हैं कि वन विभाग इस समस्या का स्थायी समाधान निकाले। ग्रामीणों को डर है कि अगर मगरमच्छ घर में घुसता है तो बड़ा हादसा हो सकता है। जितना खतरा ग्रामीणों को है, उतना ही मगरमच्छ को भी है। ग्रामीणों की भीड़ बचाव के दौरान मगरमच्छ को नुकसान पहुंचा सकती है।
