Share this article

पुलिस ने चोरी की एफआइआर का बनाया दबाव, सिविल लाइन क्षेत्र की घटना
बिलासपुर।
सिविल लाइन क्षेत्र एक ड्राइवर के साथ शराबी ने मारपीट करते हुए हत्या करने की कोशिश की और उसका मोबाइल भी लूट लिया। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई। लेकिन, पुलिस के पास जब पीड़ित शिकायत करने पहुंचा तो उल्टा उस पर चोरी की एफआइआर कराने का दबाव डाला गया। पुलिस ने मनमानी करते हुए एफआइआर में यह लिख दिया कि पीड़ित अचानक बाइक समेत गड्ढे से टकराकर गिरा और बेहोश हो गया, इस बीच उसका मोबाइल किसी ने चोरी कर लिया। पीड़ित ने इस पूरे मामले की शिकायत आइजी से की है।

खैरागढ़ जिले के गंडई थाना अंतर्गत कोपेभाठा में रहने वाले गुलशन राजपूत ड्राइवर है। वह कुदुदंड में किराए के मकान में रहता है। ड्राइवर शनिवार की रात शराब लेने के लिए मंगला स्थित भट्ठी गया था। इसी दौरान एक व्यक्ति ने उनकी बेरहमी से पिटाई कर दी। मारपीट से घायल ड्राइवर बेहोश हो गया। उसे जब होश आया तो मोबाइल और बाइक गायब थी। रात करीब दो बजे ड्राइवर को होश आया। वह किसी तरह सिविल लाइन थाने पहुंचा। दूसरे दिन फिर सुबह जब वह थाने पहुंचा तो पुलिस उसे शराब दुकान के पास लेकर गई। वहां पूछताछ के बाद जवानों ने ड्राइवर पर चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने का दबाव बनाया। इस पर मजबूर होकर ड्राइवर ने जवानों के कहे मुताबिक शिकायत दर्ज करा दी। बताया जा रहा कि उसकी बाइक पास में ही मिल गई है, लेकिन मोबाइल नहीं मिला है। सोमवार को ड्राइवर सीधे आइजी कार्यालय पहुंच गया। उसने पूरे मामले की शिकायत आइजी डा संजीव शुक्ला से की है। घटना का सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद आइजी ने अधिकारियों को मामले की जांच करने कहा है। सिविल लाइन पुलिस की इस कार्रवाई की हर जगह चर्चा है।
विवेचक कर रहे मनमानी-
पीड़ित की शिकायत पर दो पुलिसकर्मी घटनास्थल भी गए और मौके पर सीसीटीवी फुटेज भी देखा। इसके बाद भी एफआइआर को चोरी के केस में बदल दिया गया। इस मामले में खानापूर्ति की कार्रवाई की गई है। दूसरी ओर पुलिस अपराधियों पर खानापूर्ति की कार्रवाई कर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही, जिससे अपराधियों, असामाजिक तत्वों और बदमाशों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं।
मरा हुआ समझकर भागा आरोपी-
फुटेज में दिख रहा कि ड्राइवर गुलशन राजपूत जमीन पर पड़ा हुआ है और आरोपी उस पर ईंट-पत्थर से हमला कर रहा है। इस दौरान वह बेहोश हो गया, फिर भी आरोपी उसे मारता रहा। कुछ देर में आरोपी उसे मरा हुआ समझकर वहां से भाग निकला।
