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थानों में लगी निगरानीशुदा अपराधियों की सूची और फोटो
जनता और पुलिस मिलकर रखेंगे अपराधियों पर नजर
भविष्य में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी साझा होगी सूची
दुर्ग:
दुर्ग पुलिस ने अपराध पर नकेल कसने के लिए बड़ा कदम उठाया है। एसएसपी विजय अग्रवाल की सख़्त पहल के तहत अब थानों की दीवारों पर निगरानीशुदा और कुख्यात बदमाशों की तस्वीरें बड़े पोस्टरों में चस्पा की जा रही हैं। इससे जनता को भी इन अपराधियों की पहचान होगी और उनकी हर संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत पुलिस को सूचना मिल सकेगी। इस कदम से अपराधियों में खौफ और आम लोगों में भरोसा दोनों बढ़ा है।

अपराधियों की जड़ पर चोट-
अपराधियों पर नकेल कसने और अपराध की जड़ पर चोट करने दुर्ग पुलिस ने एक नई पहल शुरू की है। एसएसपी विजय अग्रवाल की पहल पर अब थानों में सक्रिय गुंडे-बदमाशों और निगरानीशुदा अपराधियों की सूची उनकी तस्वीरों सहित बड़े-बड़े पोस्टरों में चस्पा की जा रही है। इससे न केवल थाने का स्टाफ बल्कि इलाके के आम नागरिक भी इन चेहरों को पहचान सकें और उनकी गतिविधियों पर नजर रख सकें।
इस अभियान का उद्देश्य अपराधियों में कानून का भय पैदा करना और समाज को अपराधमुक्त वातावरण देना है। पोस्टर देखकर लोग आसानी से पहचान सकते हैं कि उनके आसपास कौन बदमाश या निगरानीशुदा अपराधी है। यदि ये लोग किसी संदिग्ध या अवैध गतिविधि में शामिल दिखें तो तुरंत पुलिस को सूचना दी जा सकती है।

असर दिखने लगा, अपराध का ग्राफ गिरा
इस अनूठी पहल का असर भी दिखाई देने लगा है। कई कुख्यात बदमाश, जिन पर पहले मोहल्लों में दहशत रहती थी, अब खुद को पुलिस की रडार पर पाकर दबे पांव रहने लगे हैं। पुलिस रिकॉर्ड बताता है कि इस पहल के बाद थानों में दर्ज अपराधों के ग्राफ में गिरावट आई है।
जनता का बढ़ा भरोसा
क्षेत्रवासियों में भी इस पहल को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। लोग कह रहे हैं कि अपराधियों के फोटो सार्वजनिक होने से वे सतर्क रहते हैं और पुलिस को सहयोग भी कर पा रहे हैं। पुलिस की ओर से यह भी भरोसा जताया जा रहा कि, अपराधियों, गुंडे-बदमाशों की गतिविधियों की सूचना देने वालों की जानकारी पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है।
भविष्य की योजना
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आगे चलकर इस लिस्ट को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया पर भी साझा करने की योजना है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इन अपराधियों की पहचान कर सकें और उन पर पैनी नजर रखी जा सके।
क्या कहते हैं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल:

“हमारा उद्देश्य अपराधियों में कानून का भय पैदा करना और आम जनता को सुरक्षित माहौल देना है। थानों में बदमाशों की तस्वीरों वाले पोस्टर लगाने से दो फायदे हो रहे हैं – एक, अपराधी खुद दबाव में आ रहे हैं और उनकी गतिविधियों पर पुलिस के साथ जनता भी नजर रख पा रही है। दूसरा, समाज के लोग अधिक जागरूक होकर पुलिस को सहयोग कर रहे हैं। आने वाले दिनों में इस पहल को और प्रभावी बनाने के लिए डिजिटल माध्यमों का भी उपयोग किया जाएगा।” – विजय अग्रवाल, एसएसपी दुर्ग
