बिलासपुर में धोखाधड़ी मामला: विदेशी छात्रों को गिरफ्तार किया गया, रिटायर्ड कर्मचारी को 27 लाख की धोखाधड़ी का झांसा

Share this article

बिलासपुर: बिलासपुर में हुए धोखाधड़ी मामले में दो विदेशी युवकों समेत चार युवाओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से दो विदेशी युवकों ने भारत आकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और अपनी पढ़ाई के बावजूद धोखाधड़ी का जाल फैलाया। वे लोगों को घर बैठे कमाई का झांसा देकर धोखाधड़ी करते थे, जिसमें पीड़ित रिटायर्ड कर्मचारी भी शामिल थे। पुलिस ने उनके कब्जे से दो लैपटॉप, बैंक पासबुक और अन्य संबंधित सामग्री जब्त की है।

धोखाधड़ी के मामले में लोगों को अलग-अलग टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर वेबसाइट द्वारा फर्जी संदेश भेजे जाते थे। इसके बाद उन्हें धोखाधड़ी के जाल में फंसाया जाता था। पुलिस ने इन आरोपियों को हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया और अब जांच जारी है। आम लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है, ताकि वे इस तरह की फर्जी वेबसाइटों और धोखाधड़ी के शिकार न हों।

सरकंडा पुलिस के अनुसार, यह गिरफ्तारी एक धोखाधड़ी जाल में शामिल युवकों की जांच के बाद की गई। धोखाधड़ी का मामला सामने आने के बाद, पीड़ित रिटायर्ड कर्मचारी ने सरकंडा थाने में शिकायत की थी।

एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि रिटायर्ड कर्मचारी को एक फर्जी कॉल के जरिए घर बैठे कमाई का प्रस्ताव दिया गया था, जिसमें उन्हें अलग-अलग टास्क दिए गए और इसके बदले में रुपये भी दिए गए थे। धोखाधड़ी के शिकार होने के बाद, रिटायर्ड कर्मचारी ने सरकंडा पुलिस को सूचित किया और उसके बाद पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी।

इस गिरफ्तारी में पुलिस ने रुपये का कुछ हिस्सा वापस करवा दिया है, साथ ही युवकों के कब्जे से दो लैपटॉप और बैंक पासबुक भी जब्त किए गए हैं।

धोखाधड़ी की तकनीकी मोड़ पर पुलिस की टीम ने जांच शुरू की थी, जिसमें उन्हें पता चला कि आरोपित युवक हिमाचल प्रदेश के शिमला और सोलन के आसपास रह रहे थे। इसके बाद सरकंडा पुलिस ने हिमाचल प्रदेश के सहायता से उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

आरोपित युवकों का विस्तारपूर्वक जांच किया जा रहा है और उन पर धोखाधड़ी के कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी।

अधिकारियों ने लोगों से आग्रह किया है कि, उन्हें ऐसी धोखाधड़ी के खिलाफ सतर्क रहने के साथ-साथ इनाम या अधिक मुनाफे के लालच में न फंसें। वे इंटरनेट पर सरकारी संस्थाओं के आधिकारिक वेबसाइटों से ही संबंधित जानकारी लें और ध्यान दें कि किसी भी वित्तीय लेनदेन में जानकारी सुनिश्चित करें।

धोखाधड़ी के आरोपी युवकों के विवरण:

  1. प्रियांशु रंजन (20) – निवासी: एसबीआई भास्कर राव नगर, साई रेसीडेंनसी, सैनिकपुरी, हैदराबाद। वर्तमान पता: बाहरा विश्वविद्यालय वाकनाघाट, शिमला।
  2. राजवीर सिंह (22) – निवासी: ग्राम व पोस्ट कलालकरन, जम्मू काश्मीर। वर्तमान पता: बाहरा विश्वविद्यालय वाकनाघाट, शिमला।
  3. मोहम्मद शोबुज मोरल (22) – निवासी: तेलीखानी दारून मोरनी खुलना, बांग्लादेश। वर्तमान पता: बाहरा यूनिवर्सिटी वाकनाघाट, शिमला।
  4. टेम्फू कार्ल नगेह (22) – निवासी: बामेन्डा, नर्कन, कमेरूनियन। वर्तमान पता: बाहरा यूनिवर्सिटी वाकनाघाट, सोलन।