बिलासपुर पुलिस का सायबर अपराध पर प्रहार: अंतर्राज्यीय ठग गिरफ्तार

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शादी का झांसा देकर करोड़ों की ठगी: सायबर पुलिस की बड़ी कार्रवाई

48 घंटों में गिरफ्त में आया शातिर सायबर ठग, करोड़ों की ठगी का आरोपी

बिलासपुर:

बिलासपुर रेंज सायबर थाना एवं एसीसीयू बिलासपुर की संयुक्त कार्यवाही में एक अंतर्राज्यीय सायबर ठग को गिरफ्तार किया गया है। यह अपराधी शादी का झांसा देकर मल्टीनेशनल कंपनी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर से करोड़ों रुपये ठग चुका था। यह गिरफ्तारी पुलिस द्वारा 48 घंटों के भीतर की गई।

पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला (भा.पु.से.) और पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के निर्देशन में सायबर अपराध पर विशेष अभियान “प्रहार” चलाया गया, जिसके तहत यह महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई है।

मामले का विवरण: बिलासपुर निवासी सॉफ्टवेयर इंजीनियर नितिन जैन ने सायबर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके साथ 1 करोड़ 39 लाख 51 हजार 277 रुपये की ठगी हुई है। आरोपी रोहित जैन ने शादी का झांसा देकर विभिन्न तरीकों से नितिन जैन से पैसे वसूले। पुलिस ने बैंक स्टेटमेंट और तकनीकी इनपुट के आधार पर आरोपी तक पहुंच बनाई।

आरोपी द्वारा किए गए अपराध: आरोपी ने स्कूल समय से मिमिक्री की कला में महारत हासिल की और अपराध के उद्देश्य से विभिन्न किरदार निभाए। आरोपी ने नितिन जैन से संपर्क कर उन्हें शादी के लिए योग्य लड़की दिखाने का झांसा दिया। उसने विभिन्न किरदार निभाकर अलग-अलग कंपनी के सिम कार्ड का उपयोग कर नितिन जैन को ठगा।

  • एकता जैन: आरोपी ने एकता जैन नामक काल्पनिक किरदार का उपयोग कर नितिन से 30 लाख रुपये ठगे।
  • अंशुल जैन: आरोपी ने अंशुल जैन के किरदार में 30 लाख रुपये वसूले।
  • सुब्रमण्यम स्वामी: हैदराबाद के इनकम टैक्स जज बनकर 20 लाख रुपये ठगे।
  • रामकृष्ण: चेन्नई के प्रॉपर्टी टैक्स अधिकारी बनकर 15 लाख रुपये वसूले।
  • विनित: आरबीआई अधिकारी बनकर 20 लाख रुपये ठगे।

आरोपी की गिरफ्तारी: आरोपी रोहित जैन को मैहर, मध्य प्रदेश से हिरासत में लिया गया। पुलिस ने आरोपी से 2 एंड्रॉयड फोन, 2 की-पैड फोन और 11 सिम कार्ड बरामद किए। आरोपी ने अपराध स्वीकार कर लिया और उसे माननीय न्यायालय में पेश किया गया।

पुलिस टीम: अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर उमेश कश्यप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं एसीसीयू बिलासपुर अनुज कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक चकरभाठा निमितेश सिंह के मार्गदर्शन में निरीक्षक राजेश मिश्रा, उप निरीक्षक अजय वारे, स.उ.नि. सुरेश पाठक, प्रधान आरक्षक सैय्यद साजिद, विक्कु सिंह ठाकुर, आरक्षक चिरंजीव कमलेश और मुकेश वर्मा का विशेष योगदान रहा।