बैंक घोटाला: 52 लाख रुपये की हेराफेरी में दो आरोपी गिरफ्तार

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रायपुर, 20 जून 2024 – जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित, मौदहपारा शाखा में 52 लाख रुपये के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। बैंक की विजिलेंस सेल द्वारा की गई जांच में बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से कई वर्षों से चल रहे आर्थिक अनियमितताओं का खुलासा हुआ। मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

घटना का विवरण:

थाना प्रभारी मनोज नायक नें बताया कि, प्रार्थी शरद चंद्र गांगने, शाखा प्रबंधक, सीओडी ब्रांच, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित, मौदहपारा ने पुलिस को बताया कि बैंक की विजिलेंस सेल द्वारा 23 अगस्त 2023 को बैंक की शाखा सीओडी में निरीक्षण के दौरान अनियमितताएँ पाई गईं। जांच में कनिष्ठ लिपिक चन्द्रशेखर डग्गर के बचत अमानत खाते और सेवानिवृत्त सहायक लेखापाल अरूण कुमार बैसवाडे के बचत अमानत खातों में अत्यधिक आर्थिक लेन-देन पाया गया, जबकि मासिक वेतन जमा हो रहा था।

आरोप और जांच:

टीआई मनोज नायक के मुताबिक, जांच में पाया गया कि अरूण कुमार बैसवाडे, चन्द्रशेखर डग्गर, और पूर्व सहायक लेखापाल संजय कुमार शर्मा ने मिलीभगत कर 2017 से 2022 के बीच शाखा के F-D Interest Paid और D-D Interest Paid खातों से अनधिकृत रूप से राशि आहरण कर बैंक को लगभग 52 लाख रुपये की आर्थिक क्षति पहुंचाई।

कानूनी कार्यवाही:

बैंक प्रबंधन द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर थाना मौदहापारा में अपराध क्रमांक 200/23 के तहत धारा 420, 409, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर संतोष कुमार सिंह के निर्देशानुसार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) लखन पटले के मार्गदर्शन और नगर पुलिस अधीक्षक (कोतवाली) योगेश साहू के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी मौदहापारा की टीम ने घटना की जांच प्रारंभ की।

गिरफ्तारी:

पुलिस टीम ने आरोपियों की पतासाजी करते हुए अरूण कुमार बैसवाडे और संजय कुमार शर्मा को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा।

गिरफ्तार आरोपी:
  1. अरूण कुमार बैसवाडे पिता स्व. मिठाईलाल बैसवाडे, उम्र 66 वर्ष, निवासी अमलीडीह बरड़िया बिहार डी.पी. होम के सामने, थाना न्यू राजेन्द्र नगर, रायपुर।
  2. संजय कुमार शर्मा पिता नंद कुमार शर्मा, उम्र 52 वर्ष, निवासी बढ़ई पारा झंडा चौक के पास जोरा पारा, थाना मौदहापारा, रायपुर।

जांच जारी है और पुलिस टीम द्वारा अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। इस कार्रवाई में बैंक की विजिलेंस सेल और पुलिस टीम का समर्पण सराहनीय रहा। बैंक प्रबंधन ने इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसे घोटालों को रोका जा सके।