निर्माण में लापरवाही, सीजीएमएससी के ईई व सब इंजीनियर को नोटिस

Share this article

कलेक्टर ने जारी किया निर्देश, मोतियाबिंद मुक्त बिलासपुर के लिए चलेगा अभियान, कलेक्टर ने की स्वास्थ्य विभाग के कामकाज की समीक्षा

बिलासपुर। मोतियाबिन्द मुक्त बिलासपुर के लिए जिले में अभियान चलाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से यह अभियान चलेगा। कलेक्टर अवनीश शरण ने ऐसे रोगियों का विस्तृत सर्वे कर एक कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न बुनियादी सुविधाओं के निर्माण में लापरवाही बरतने पर सीजीएमएससी के ईई एवं सब इंजीनियर को शो काज नोटिस जारी करने का निर्देश भी कलेक्टर ने दिए।

गुरुवार को मंथन सभाकक्ष में कलेक्टर अवनीश शरण ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं स्वास्थ्य विभाग के काम-काज की समीक्षा की व इसकी तैयारी शुरू कर देने को कहा है। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत प्रोत्साहन राशि का भुगतान आचार संहिता समाप्त होने के 15 दिन के भीतर करने को भी कहा है। योजना के अंतर्गत राशि का आवंटन प्राप्त हो चुका है। कलेक्टर ने लगभग तीन घंटे तक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं डाक्टरों की बैठक लेकर योजनाओं में प्रगति की बारीकी से समीक्षा की। बैठक में नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ रामप्रसाद चौहान, सीएमएचओ डॉ. प्रताप श्रीवास्तव, सिविल सर्जन डा अनिल गुप्ता सहित सहित स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी, बीएमओ,डीपीएम-बीपीएम, एवं डाक्टर्स उपस्थित थे।

प्रसव की संख्या कम क्यों

कलेक्टर ने पूछा कि पीएचसी एवं सब हेल्थ सेंटर में प्रसव की संख्या कम क्यों है। नियमानुसार पीएचसी में हर महीने कम से कम 10 एवं सब हेल्थ सेंटर में तीन प्रसव तो अनिवार्य रूप से होने चाहिए। इसमें और बेहतर परिणाम के लिए कर्मचारियों के युक्तियुक्तकरण प्रस्ताव भी देने को कहा है। उन्होंने कहा कि प्रयास किया जाये कि सभी प्रसव संस्थागत एवं सुरक्षित तरीके से हो।