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बिलासपुर:
शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले स्कूल में एक शिक्षक द्वारा की गई अमानवीयता ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या ऐसे लोग शिक्षक कहलाने के योग्य हैं? यह मामला बुधवारी बाजार स्थित दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे उच्चतर माध्यमिक स्कूल क्रमांक दो का है, जहां संस्कृत के शिक्षक राकेश कुमार ने 8वीं कक्षा के 14 वर्षीय छात्र को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसकी पीठ पर गहरे जख्म हो गए। बताया जा रहा है कि शिक्षक ने छात्र को तब तक पीटा जब तक कि छड़ी टूट नहीं गई। इस घटना के बाद से स्वजन और अन्य बच्चों के पालक आक्रोशित हैं और शिक्षक पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। शिक्षक द्वारा एक बच्चे के साथ इस प्रकार की क्रूरता से सभी स्तब्ध हैं।

मामूली गलती पर क्रूर सजा: बताया जा रहा है कि छात्र की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने अपनी संस्कृत की कॉपी में नोट्स नहीं लिखे थे। इस पर शिक्षक राकेश कुमार का गुस्सा इतना बढ़ गया कि उन्होंने मोटी छड़ी से छात्र को बेरहमी से पीटा। यह क्रूरता इतनी भयानक थी कि छात्र बेहोश होकर गिर पड़ा। जब उसे होश आया, तो उसने किसी की मदद से अपने पिता को फोन किया।
स्वजनों में आक्रोश, स्कूल प्रशासन से कार्रवाई की मांग: घटना की जानकारी मिलते ही स्वजन तुरंत स्कूल पहुंचे और देखा कि उनका बच्चा डरा-सहमा हुआ था। बच्चे ने अपने स्वजन को पूरी घटना बताई। स्वजनों ने इस घटना पर कड़ा आक्रोश व्यक्त करते हुए शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। हालांकि, उन्होंने अभी तक पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। स्कूल प्रबंधन ने घटना के बाद शिक्षक के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। स्वजन ने शिक्षक को स्कूल से निकालने की मांग की है ताकि भविष्य में इस प्रकार की हिंसा किसी और छात्र के साथ न हो।
शिक्षक के व्यवहार पर पहले से असंतोष: बताया जा रहा है कि इस शिक्षक का व्यवहार हमेशा से ही विवादास्पद रहा है। उनका अन्य शिक्षकों और छात्रों के साथ भी व्यवहार अच्छा नहीं रहा है। इस क्रूर घटना के बाद स्कूल प्रबंधन और अन्य शिक्षक भी सकते में हैं।
वीडियो वायरल, जनता में आक्रोश: घटना के बाद का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें शिक्षक की क्रूरता साफ नजर आ रही है। वीडियो में दिख रहा है कि शिक्षक ने छात्र को पीटते हुए कोई दया नहीं दिखाई। इस वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों में गुस्सा और भी बढ़ गया है, और वे शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
